आज के समय मे हम जब भी अपना कंप्यूटर या लैपटाप लेने के लिए सोचते है तो उसमे से सबसे मुख्य बात उसके स्टोरेज की आती है और ये कम्प्युटर की भाषा मे Hard disk ड्राइव कहलाता है, ये नॉर्मल हार्डडिस्क जो को मुख्यतः डेस्कटॉप कंप्यूटर मे उपयोग होते थे और आज SSD (सॉलिड स्टेट ड्राइव ) एक हार्डडिस्क का नया रूप है जो आज के लैपटाप और डेस्कटॉप,सर्वर कम्प्युटर आदि मे उपयोग मे लिया जा रहा है .
हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) क्या है?
कम्प्युटर या लैपटाप मे जोभी जानकारी स्टोर या सेव होती है और जब हम से ऑन करे तो हमारा सभी डाटा या फ़ाइल उसी जगह मिल जाए उसे कम्प्युटर की आसान भाषा मे स्टोर डिवाइस यानी हार्डडिस्क कहते है जिसमे हम आपना ऑपरेटिंग सिस्टम OS के साथ ही आपके द्वारा इंस्टॉल किए गए किसी भी एप्लिकेशन और आपकी फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को सेव और स्टोर किया जाता है तो आइये जानते है आज हार्डडिस्क के बारे मे की ये कितने प्रकार के होते है और कैसे काम करते है.
नॉर्मल हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) क्या है?
यदि आपके पास एक डेस्कटॉप कम्प्युटर है, तो उसमे एक बड़े और मोटे आकार की हार्ड डिस्क ड्राइव होगा , जिस मे ऑपरेटिंग सिस्टम आपकी फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को सेव और स्टोर किया जाता है हार्ड ड्राइव में एक डिस्क होती है, जिसे एक प्लैटर के रूप में जाना जाता है इसमे रीड-राइट आर्म होते है और ये 5400RPM से लेके 7200 RPM तक घूमता है और सर्वर कम्प्युटर मे और ज्यादा आरपीएम हो सकता है जो की आप के द्वारा लिए गाए डाटा के कमांड से चलता है जितना ज्यादा RPM होगा उतना तेज डाटा हार्डडिस्क आप को रीड करके देगा.
इसी तरह लैपटाप मे भी नॉर्मल हार्डडिस्क लगी होती है लेकिन इसका आकार डेस्कटॉप की हार्डडिस्क से आधा होता है और एसमे भी हेड और प्लेटर होती है जो आपके डेटा को सेव करता है दोनों मे मकेनिकल घुमाव आप को पता चल जायेगा. एसमे हेड के द्वारा मैगनेट फोरमेट मे डाटा को लिखने या पढ़ने के लिए उयोग किया जाता है.
[caption id="attachment_529"
align="aligncenter" width="340"] Normal HDD[/caption]
जब हम कोई माऊस या कीबोर्ड से कमांड देते है तो कम्प्युटर मे लगा हुआ हार्डडिस्क यूसर का कमांड पाते ही अपने हेड हो पहले से बने हुए इंडेक्स मे देखता है और जरूरत का डाटा आप के मॉनिटर के स्क्रीन पर दिखाता है एसमे मकेनिकल आवाज और काम करने पर आप को ध्वनि भी सुनाई देती है साथ मे ये वाईब्रेट भी होता है.
नॉर्मल हार्डडिस्क कई तरह के आते है लेकिन आज के समय मे हम सिर्फ SATA हार्डडिस्क ही उपयोग मे लिया जा रहा है और यही चलन मे है और आने वाले समय मे सब एसएसडी ड्राइव के उपयोग मे बदल जाएगा या तो इसका कोई नया रूप हो ये समय के उपर निर्भर करता है नॉर्मल हार्डडिस्क 1 टीबी के लगभग 3500 से 4500 रुपए के आस पास मे मिल जाता है और एसएसडी के मुक़ाबले लगभग बहुत सस्ता होता है .
SSD (सॉलिड स्टेट ड्राइव ) क्या है -
SSD नई स्टोरेज तकनीक है, इसका पूरा नाम (SOLID
STATE DRIVE) है ये कई तरह के आते है जो मौजूदा बाजार में पेश किए जाते हैं-SSD
2.5, mSATA, M.2 और PCI-E ,NVMe और भी समय के साथ नये नये रूप मे एसएसडी देखने को मिल सकता है यदि आपके पास एक न्यू Laptop या न्यू Desktop है तो उसमे एसएसडी हो सकता है जो कि हर तरह के एसएसडी को लगाने के लिए अलग अलग पोर्ट की जरूरत होती है.
एक SSD के अंदर मेमोरी चिप्स लगी होती है जो देखने मे
(RAM) मे लगी चिप जैसी दिखती है नॉर्मल HDD के
मैग्नेटिक प्लैटर के बजाय, फाइलें NAND फ्लैश सेल के ग्रिड पर सेव हो जाती हैं
प्रत्येक ग्रिड (जिसे ब्लॉक भी कहा जाता है)
256 KB से लेकर कई MB
तक डाटा स्टोर कर सकता है जो उसके मेन साइज़ जैसे एसएसडी 250जीबी या 1टीबी की है तो असपे निर्भर करता है जिसकी वजह एसएसडी काफी तेज काम करता है क्यू की इसे
नॉर्मल हार्डडिस्क की तरह
हेड से डाटा को पढ़ना और लिखना नहीं पड़ता है.
कुछ लैपटाप और डेस्कटॉप या all-in-one पीसी मे एसएसडी ड्राइव का उपयोग सिर्फ ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेर को चलाने के लिए उपयोग मे लिया जाता है और डाटा रखने के लिये नॉर्मल साटा हार्डडिस्क को उपयोग किया जाता है जिससे दो स्पेस एक एसएसडी और एक नॉर्मल एचडीडी की जरूरत पड़ती है लेकिन ये एस लिए किया जाता था तब एसएसडी काफी महंगे मिलते थे लेकिन आज के समय मे एसएसडी सस्ते हो गए है और इसका उपयोग दोनों सॉफ्टवेर और डाटा के लिए किया जा रहा है.
नॉर्मल एसएसडी की कीमत 500जीबी 4500 रुपए के लगभग मिलना सुरू हो जाता है आज के समय मे नॉर्मल हार्डडिस्क से ये
ज्यादा महंगे होते है लेकिन समय के साथ ये पहले से काफी सस्ता होते जा रहे है .
SSDs ये एसएसडी का ही एक और रूप है जोकि नॉर्मल एसएसडी से पतला और छोटा होता है और लैपटाप या डेस्कटॉप मे लगाने के लिए कम जगह लेता है जो की M.2 SSD ड्राइव के नाम से जाना जाता है यदि आपका लैपटॉप SSD का उपयोग करता है, तो यह उसमे M.2 का भी पोर्ट हो सकता है अधिकांश आधुनिक डेस्कटॉप पीसी में M.2 पोर्ट के साथ मदरबोर्ड होते हैं M.2 SSD आमतौर पर अन्य SSD की तुलना में छोटे और इक स्टिक की तरह पतले होते है.
[caption id="attachment_533"
align="aligncenter" width="400"] ssd M.2[/caption]
NVMe सबसे नई SSD तकनीक है, और यह अविश्वसनीय रूप से तेज़ डेटा ट्रांसफर गति प्रदान करती है और ये हमारे SATA SSD की तुलना में 4 गुना अधिक तेजी से काम करता है ये 1
TB NVMe SSD मार्केट मे उपलब्ध है जो की 8 से
10500रूपए मे आता है .
नॉर्मल हार्डडिस्क HDD और SSD स्टोरेज मे अंतर
अंतर |
नॉर्मल हार्डडिस्क HDD |
SSD सॉलिड स्टेट ड्राइव |
वजन और आकार |
ये एक Mechenical ड्राइव है आकार मे बहुत बड़े व वजनीय होते है जिससे कम्प्युटर का वजन बढ़ जाता है |
जबकि SSD एक Electronic ड्राइव है ये काफी हल्के और छोटे आकार के होते है जिससे लैपटाप का वजन भी कम हो जाता है लेकिन कुछ एसएसडी मे अलग से हीटसिंग की वजह से वजन ज्यादा होता है |
डाटा स्पीड सॉफ्टवेर, फ़ाइल कॉपी स्पीड |
ये 1 एमबी से 500एमबी तक और कही कही ज्यादा देखने को मिल जाती है |
ये 1.5GB/s, से 2.5GB/s, या और भी ज्यादा तेज काम कर सकता है |
Storage capacity भंडारण क्षमता |
ये 500जीबी से 2टीबी तक उपयोग मे है लेकिन आज के समय मे 16 GB तक आ गया है . |
आज के समय मे 256जीबी से लेकर 1 टीबी तक नॉर्मल उपयोग मे है लेकिन ये 100टीबी तक आ चुका है |
(Booting time) ऑन ऑफ टाइम |
इसमे 40से 60 सेकंड लग सकता है और कम भी वो आप के सीपीयू और रैम पर भी आधारित होता है |
इसमे 5 से 30 सेकेंड मे बूट हो जाता है . |
life किसकी ज्यादा है |
एक अनुमान से 5 साल और कभी कभी 8 साल भी |
इसकी 5 साल से 10 साल मनी गयी है . |
Reliability विश्वसनीयता |
इनमे हेड और प्लेटर नाते गिरने या अचानक बिजली जाने से जल्दी खराब होने का डर है लेकिन मेग्नेटिक होने के नाते बिना बिजली के डाटा लंबे समय के लिए सेव रह सकता है |
एसएसडी ड्राइव ज्यादा चिप के नाते कम खराब होते है लेकिन ज्यादा दिन उपयोग न करने से डाटा खराब या चिप मे बिजली न जाने से खराब हो सकते है |
सबसे कम ऑपरेटिंग तापमान |
आधुनिक HDD 0 ° C (32 ° F) पर काम कर सकते हैं |
SSDs −55 °C (−67
°F). पर काम कर सकते हैं। |
साउंड शोर कौन करता है |
मुविंग पार्ट प्लेटर और हेड की वजह से आवाज आती है |
सिर्फ चिप और मेमोरी की वजह से कोई आवाज नहीं आती |
बिजली की खपत |
ये जैसे आकार वैसे बिजली की खपत होती है लगभग सभी मे 2 से 5 वाट का उपयोग करता है और कही जैसे सर्वर आदि जगहो मे 20वाट तक उपयोग करता है |
ये 2 से 3 और 5 वाट पर चलता है लेकिन ये लैपटाप मे बिजली की बचत करता है |
संचालन करते समय उच्चतम ऊंचाई |
HDD अधिकतम 3,000 मीटर की ऊंचाई पर सुरक्षित रूप से काम कर सकता है HDD 12,000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर मेगनेट होने के नाते काम नहीं करेगा |
एसएसडी के साथ कही भी किसी भी ऊंचाई पर काम कर सकता है |
लिखने का तरीका |
चुम्बकीय रूप से लिख और पढ़ सकता है |
ये फ्लैश की तरह लिख और पढ़ सकता है |
कीमत Cost |
ये 2500 से लेकर 4500रुपए तक 500जीबी से 1 टीबी मिल सकता है ये एसएसडी से बहुत कम दाम मे होता है |
एसएसडी की 250 जीबी से 1 टीबी की कीमत 4500रुपए से लेकर 10500रूपए तक है ये नॉर्मल एचडीडी से दोगुनी कीमत मे आता है |
आज के समय मे क्या लेना सही है -
आप अगर बहुत हैवी वर्क करते है तो या आप अगर कोई प्रोग्रामर या गेम खेलने या विडियो मिक्सिंग का काम कर रहे है तो आप के लिए सबसे बेस्ट है SSD लेना सही होगा इससे आप 4000से 5000रूपये ज्यादा खर्चा आयेगा लेकिन आप का काम बहुत आसान हो जायेगा, लेकिन आप एक नॉर्मल उपयोग करता है जैसे इंटरनेट , ईमेल, मूवी , वह एमएस वर्ड पे नॉर्मल काम करना चाहते है तो एसएसडी आप के लिए नहीं है आप को जब तक नॉर्मल हार्डडिस्क मिल रहा है आप वो उपयोग कर सकते है और आप 5000रूपये तक बचा के प्रिंटर या कुछ और ले सकते है.
दोस्तो आप के ये ब्लॉग कैसा लगा
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